5/- रुपए में भरपेट खाना

महर्षि व्यास ने कहा है “न हिं मानुषात् श्रेष्ठतरं हि किंचितः” अर्थात सृष्टि में मानव से अधिक श्रेष्ठ और कोई नहीं। मनुष्य सृष्टि की सर्वोपरि रचना है। 84 लाख योनियों में हमें मानव की सर्वश्रेष्ठ योनि प्राप्त हुई है, और जब कोई मानव इस योनि […]

पिता लगाते थे अंडे का ठेला, बेटे ने Clear किया IIT Exam

‘मंज़िल उन्हीं को मिलती है, जिनके इरादों में जान होती है पंखों से कुछ नहीं होता, हौसलों से उड़ान होती है’ अगर आपके इरादे मज़बूत और हौसले बुलंद हों तो कोई भी ताकत आपको अपनी मंज़िल तक पहुँचने से नहीं रोक सकती। इस बात की […]

राष्ट्रसेवा और लोकसंस्कृति की धरोहर संजोना यही मेरा धर्म!

“राष्ट्रसेवा और लोकसंस्कृति की धरोहर संजोना यही मेरा धर्म! परिवार संगीत,साहित्य,यात्रायें,ग्रामसमाज यही मेरा जीवन!” भारतीय लोक परम्परा और लोक संस्कृति की धरोहर को, अपनी सुरीली और मंत्र मुग्ध कर देनी वाली गायिकी द्वारा संरक्षित कर, उसको एक नया आयाम देने वाली मालिनी अवस्थी जी का […]

खिलाड़ी के साथ-साथ इस देश को अच्छे और सच्चे दर्शकों और समर्थकों की भी ज़रूरत है

सब कुछ देखने से शुरू होता है। यह विज्ञान है। बीबीसी की साइंस सीरीज़ ‘Secrets of your Body’ में इस विषय पर एक शानदार शोध परक कार्यक्रम दिखाया गया। इसमें बताया गया कि कोई चीज़ आपको अच्छी लगेगी यह आपकी पहली नज़र तय कर देती […]

बंदे में है दम…

बचपन से जवानी और फिर बालों में सफेदी झलकने तक, व्यक्तिगत आदतें, रुचि और जीवन शैली बदलती रहती हैं। परंतु कुछ आदतों में वक़्त के साथ भी कोई परिवर्तन नही होता। मेरे लिए वो आदत है सुबह नाश्ते के समय रेडियो पर संगीत सुनना। पिछले […]

बच्चों के लिए सही संगीत चुनें

बच्चे संगीत से सीखते हैं, बोल समझते हैं, याद रखने की कोशिश करते हैं और संगीत उनकी जिज्ञासा को बढ़ाता है। अद्वैत को शुरू से ही आध्यात्मिक संगीत सुनाकर सोने की आदत डाली। शुरुआत में ख़ुद से भी लोरियाँ सुनाईं और साथ ही संगीत भी। […]

प्रकृति के प्रेम में – पार्ट 4

वनवासी कहूं तो आप के मस्तिष्क में छवि उभरेगी उन आदिवासियों की जो सदियों से जंगलों के बीच रहते आए हैं। पुरातन सभ्यता और परंपराओं के साथ जीवन यापन कर रहे हैं। वर्तमान शिक्षा प्रणाली को आधार मानें, तो संभवतः ये वनवासी उतने साक्षर ना […]

सुशांत… तुम हमेशा दिल में रहोगे

किसी क़रीबी की मृत्यु अवसाद पैदा कर देती है। ऐसा ही अब तक देखा-जाना था। किसी ऐसे की मृत्यु जिससे आपका कोई सीधा संबंध ना हो, भी अवसाद पैदा कर सकती है। यह अब जान रही हूँ। सुशांत सिंह की मृत्यु को अब तेरह दिन […]

प्रकृति के प्रेम में – पार्ट 3

आप यदि नौकरी छोड़कर अपना ख़ुद का व्यापार शुरू करने के बारे में सोचेंगे तो किस तरह का व्यापार करना चाहेंगे? आज जहाँ भारत में सरकार ने भी वोकल फ़ॉर लोकल का नारा बुलंद किया है, उद्यमियों के लिए लोन आदि में काफ़ी छूट और […]

सीख लोगे जितना, अच्छा रहेगा उतना

बचपन पापा के संघर्ष की कहानियों में बीता था। उनके जीवन के छोटे-छोटे किस्से रात में सोने से पहले मां से सुनते सुनते गुजरा था। फिर जब थोड़ी समझ आई तो पापा का संघर्ष सामने देखा भी। बुंदेलखंड के सूखे क्षेत्र की ऊसर ज़मीन में […]