सुशांत… तुम हमेशा दिल में रहोगे
किसी क़रीबी की मृत्यु अवसाद पैदा कर देती है। ऐसा ही अब तक देखा-जाना था। किसी ऐसे की मृत्यु जिससे आपका कोई सीधा संबंध ना हो, भी अवसाद पैदा कर सकती है। यह अब जान रही हूँ। सुशांत सिंह की मृत्यु को अब तेरह दिन […]
किसी क़रीबी की मृत्यु अवसाद पैदा कर देती है। ऐसा ही अब तक देखा-जाना था। किसी ऐसे की मृत्यु जिससे आपका कोई सीधा संबंध ना हो, भी अवसाद पैदा कर सकती है। यह अब जान रही हूँ। सुशांत सिंह की मृत्यु को अब तेरह दिन […]
आप यदि नौकरी छोड़कर अपना ख़ुद का व्यापार शुरू करने के बारे में सोचेंगे तो किस तरह का व्यापार करना चाहेंगे? आज जहाँ भारत में सरकार ने भी वोकल फ़ॉर लोकल का नारा बुलंद किया है, उद्यमियों के लिए लोन आदि में काफ़ी छूट और […]
बचपन पापा के संघर्ष की कहानियों में बीता था। उनके जीवन के छोटे-छोटे किस्से रात में सोने से पहले मां से सुनते सुनते गुजरा था। फिर जब थोड़ी समझ आई तो पापा का संघर्ष सामने देखा भी। बुंदेलखंड के सूखे क्षेत्र की ऊसर ज़मीन में […]
It’s never too early or too late to work towards being the healthiest you. Just simple habits can do wonders nothing exceptional is required. So do what you can With what you have and where you are. During this period of lock down rather than […]
आपने “Interstellar” देखी होगी। “Gravity” भी। क्या महसूस हुआ था उन्हें देखते हुए? मुझे तीन बातें महसूस हुई। पहली कि मानव मन की कल्पना शक्ति और उसका ज्ञान जब हाथ थाम लेते हैं तो वह कुछ ऐसा रचता है, जिसमें भविष्य की झलक और उम्मीद […]
असम इन दिनों बाढ़ की चपेट में है। लगभग हर साल ही असम से बाढ़ की ख़बर आती है जब ब्रह्मपुत्र का कहर बरपता है। लाखों लोगों का जीवन प्रभावित होता है। इस वर्ष भी ढाई-तीन लाख लोग विस्थापित हुए हैं। ऐसी ही एक बाढ़ […]
ये हैं 45 वर्षीय मोइरंगथेम लोइया। जो इम्फाल के उरिपोक खाइदेम लेइकै के निवासी हैं। एक ओर जहाँ जंगल तेज़ी से काटे जा रहे हैं, वहाँ मोइरंगथेम ने पिछले 18 वर्षों में 300 एकड़ में एक पूरा जंगल खड़ा कर दिया। जिसका नाम है पुनशीलोक […]
एक कल्पना कीजिए। सुबह आँख खुले और आपके घरों पर बुलडोज़र चलाया जा रहा हो, आपके घरों के साथ-साथ आपको भी जलाया जा रहा हो, मारा जा रहा हो। ना आपके रहने की कोई दूसरी व्यवस्था की गई हो, ना ही आपके मूल्यवान जीवन के […]
जब हम प्रकृति से जुड़ने की बात करते हैं, तो हम अपने बच्चों से कहते हैं कि हमें पेड़ लगाना चाहिए। हमारा सारा ध्यान इस बात पर रहता है कि हम हरियाली से जुड़े। ऐसा करने से हम सोचते हैं कि हम पर्यावरण से जुड़ […]
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